| 1. | कर्म प्रधान वर्ण व्यवस्था की इस से सुंदर व्याख्या हो ही नही सकती...
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| 2. | हिंदू धर्म के चार प्रधान वर्ण हैं-ब्राह्मण, क्षत्रिय, वैश् य और शूद्र।
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| 3. | मेरी सीमित जानकारी यही है की प्राचीन भारत में कर्म प्रधान वर्ण व्यस्था तो थी लेकिन धर्म के नाम पर कोई बंटवारा नहीं था ….
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| 4. | उनके बारे में टीवी से नहीं, पत्रिकाओं से नहीं, अख़बारों से नहीं बल्कि उन लोगों से पता चलता है जो नई सेवा प्रधान वर्ण व्यवस्था के शूद्र हैं.
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| 5. | उनके बारे में टीवी से नहीं, पत्रिकाओं से नहीं, अख़बारों से नहीं बल्कि उन लोगों से पता चलता है जो नई सेवा प्रधान वर्ण व्यवस्था के शूद्र हैं.
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